37 Results
ज़िंदगी से अब कोई उम्मीद नज़र नहीं आती
संभलने की अब कोई तदबीर नज़र नहीं आती
ज़नाजा तो उठना है एक दिन ज़रूर
View Full
तक़दीर ने मदारी की तरह नचा दिया हमको
फिर फिर उठा के फिर फिर गिरा दिया हमको
हम तो किसी को ना भुला पाये आज तक,
View Full
इस तबस्सुम को ग़मों में लुटा मत देना
कोई आंसू का मोती आँखों से गिरा मत देना..
View Full
नज़रें मिला कर चला गया कोई
मेरा चैन चुरा कर चला गया कोई
बस देखता ही रह गया गुमसुम सा
View Full
चुपके-चुपक रोओगे तुम गम के फसाने याद आएंगे
याद आएगी जब-जब मेरी गुज़रे जमाने याद आएंगे
View Full
हर वक़्त कोसते हैं मौत को हम सब,
असल में तो ज़िंदगी जीने नहीं देती
वो सुला देती है आराम की
नींद हमें,
View Full
गर हिस्से में आयी तन्हाई तो क्या करेंगे
उनकी यादों में
नींद न आई तो क्या करेंगे
View Full
फ़िल्मी गीत और बीमारियां!
कुछ हिंदी फ़िल्मी गीत जो कुछ बीमारियों का वर्णन करते हैं:
View Full
उ
नींदी आँखों में, कुछ सपने से नज़र आते हैं
कुछ तो पराये से, कुछ अपने से नज़र आते हैं
View Full
तन्हाँ बैठ कर तो, हर कोई याद आता है
एक भूलता है तो, कोई और याद आता है
सच्ची #मोहब्बत तो उसी से होती है यारो,
View Full