118 Results
ज़िंदगी जीनी है तो, घर से निकल कर देखो
कुछ धूल फांको, कुछ धूप में चल कर देखो
View Full
ये शीशा ये सपना ये
ज़िंदगी की डोर
कब टूट जाएं ये किसको पता है
मोहब्बत के दरिया में ज़फ़ा की कस्ती
View Full
ज़िंदगी कभी फूलों का हार नज़र आती है
तो कभी ये कांटों का ताज़ नज़र आती है
View Full
हर वक़्त कोसते हैं मौत को हम सब,
असल में तो
ज़िंदगी जीने नहीं देती
वो सुला देती है आराम की नींद हमें,
View Full
दर्द ए दिल सहते हुए तमाम उम्र गुज़र गयी
उनके इंतज़ार में शाम ओ सहर गुज़र गयी
अंजाम ए #मोहब्बत पता न था हमको
View Full
वो जो आये
ज़िंदगी में, फिर से जवानी आ गयी
दिल का अंधेरा छंट गया, फिर से रवानी छा गयी
View Full
तक़दीर फिर उनके करीब खींच लायी है
दिल में प्यार की उम्मीद जगमगाई है
क्या हुआ, आज क्यों उदास है मेरा चांद,
View Full
ज़िंदगी का हर कदम, खुद के लिये नहीं होता
दुनिया का हर इल्म, सब के लिये नहीं होता
View Full
ये
ज़िंदगी के लफड़े कभी कम न होंगे
कभी सुख न होंगे तो कभी ग़म न होंगे
चट्टानों से टकराता दरिया है #
ज़िंदगी,
View Full
गर हिस्से में आयी तन्हाई तो क्या करेंगे
उनकी यादों में नींद न आई तो क्या करेंगे
View Full