71 Results
कितना ही दिल बहलाएं मगर, दर्द कम नहीं होते
कितने ही आंसू बहाएं मगर, ये गम कम नहीं होते
View Full
ना पूछिये कि ये ज़िन्दगी कैसे गुज़री
हमारी वो सहर ओ शाम कैसे गुज़री
मुद्दत गुज़र गयी यूं डूबते उछलते
View Full
चढ़ते हुए सूरज को, सभी झुक कर सलाम करते हैं
मगर जब डूब जाता है वो, तो घर पे आराम करते हैं
View Full
कभी ख्वाहिशों ने, फंसाया ज़िन्दगी को
तो कभी ज़रूरतों ने, रुलाया ज़िंदगी को !
View Full
यारो कैसा ये इत्तेफ़ाक़ है, ये कैसा नसीब है,
होता है वही दूर, जो होता दिल के करीब है !
View Full
लेते हैं हर चीज़ मेरी, अपना सामान समझ कर,
जब मांगते हैं हम, तो देते है अहसान समझ कर !
View Full
जाने क्यों लोग, किसी का दिल तोड़ देते हैं,
अपनों से नाता तोड़ के,
गैरों से जोड़ लेते हैं !
View Full
जिन्दगी की कशमकश ने, चाहतों को मार डाला,
धूप की इस तपिश ने, ठंडी हवाओं को मार डाला !
View Full
बड़ी ही शिद्दत से रिश्ता, उनसे निभाया हमने,
उनके हर दर्द को, अपने #दिल से लगाया हमने !
View Full
जो अपनों का न हुआ, वो भला
गैरों का क्या होगा,
जो जमीं का न हुआ, वो आसमानों का क्या होगा !
View Full