71 Results
जग में ऐसे लोग भी हैं, दिल में उजियारा कर जाते हैं
कुछ अपनी दी चोटों से, मन में अंधियारा भर जाते हैं
View Full
कैसे करें ऐतबार हम, भला
गैरों की जात पर
जब होते हैं खुश अपने ही, अपनों की मात पर
View Full
एक क़तरा आँसू भी, उनसे बहाया न गया
किसी खौफ से, अपना मुंह उठाया न गया
मेरी #मौत पर भी वो हौंसला न जुटा पाये,
View Full
मेरी ज़िंदगी ही अजीब है, और को क्या कोसना
जब ज़ख्म पाये अपनों से,
गैरों को क्या कोसना
View Full
बीबी ने नमाज़ पढ़ कर हाथ उठाये
और दुआ मांगे ब
गैर ही नीचे कर लिए
शौहर : ये क्या .. दुआ नहीं मांगी ?
View Full
गुज़र गया जो वक़्त, उसे फिर मुड़ते नहीं देखा
टूट गए जो #प्यार के रिश्ते, फिर जुड़ते नहीं देखा
View Full
गनीमत हैं
गैरों ने लूटा, यहां तो अपने लूट जाते हैं
जो बड़ी मुश्किल से बनते हैं, वो रिश्ते टूट जाते हैं
View Full
कभी खुशियों के कारवां, तो कभी #गम के मेले
कभी आशा की रौशनी, कभी निराशा के अँधेरे
View Full
जिनके लिए ज़िन्दगी, तार तार करते रहे
वो हमारे दिल से सिर्फ, व्यापार करते रहे
View Full
अपने वज़ूद को ही, अंधेरों में छुपा लिया हमने
कमज़ोर दिल को, इक पत्थर बना लिया हमने
View Full