306 Results
गर मुझे मुकद्दर पे ऐतबार है तो तेरी वजह से
घर का गुलशन गर गुलज़ार है तो तेरी वजह से
View Full
ना जाने क्यों तूँ मुझसे जुदा है
क्यों आँखों से आंसू जुड़ा है
तूँ रूठी है ,या रूठा
खुदा है
View Full
स्कूल में मेरी, होती थी अक्सर पिटायी !
मैं #2G था, और मैडम थी #Wi-Fi ,
उस पर मेरा, सॉफ्टवेयर बडा पुराना था !
View Full
#हवा के रुख को कोई #बदल नही सकता,
#सूरज के #ताप को कोई सह नही सकता...
कर ले चाहे कोई कितने ही बदलावों की कोशिशें,
View Full
मुकद्दर लिखने वाले, तूने ये क्या काम कर दिया
तूने दुनिया के सारे #दर्द को, मेरे ही नाम कर दिया
View Full
मैं अभी तक समझ नहीं पाया
तेरे इन फैसलो को ऐ
खुदा,.
उसके हक़दार हम नहीं
या हमारी दुआओ में दम नहीं !!!
View Full
बहुत ही जूनून था, हमें लोगों पर दया करने का
खुद को मिटा कर भी, उनका ही भला करने का
View Full
इक वो बदनसीब, जिसका कोई चाहने वाला नहीं,
इक वो दीवाना, जिसका कोई दीवाना नहीं
View Full
जिस शख्स में हमदर्द तलाशती हैं मेरी नज़रें
वो ही क्यूँ दर्द बाँट जाता है ?
View Full
ज़िन्दगी से उलझने से क्या फायदा
दुनिया को समझने से क्या फायदा
बदली है #दुनिया तो तू भी बदल जा
View Full