15 Results
इस
उम्मीद से मत फिसलो, कि तुम्हें कोई उठा लेगा
सोच कर मत डूबो दरिया में, कि तुम्हें कोई बचा लेगा
View Full
शादी के वक़्त समझौता दोनों करते है
स्त्री:
माँ बाप व मायका छोड़ देती हैं...
और पुरुष:
View Full
तेरे बिना ये ज़िन्दगी भी, एक सज़ा लगती है
दिल की धड़कन भी मुझे, एक कज़ा लगती है
View Full
निकाल कर अपने जिस्म से
अपनी #जान देता हैँ
बड़ा ही मजबूत है वो पिता
जो कन्यादान देता हैँ
View Full
दिल-ए-नादान तुझे हुआ क्या है,
आखिर इस #दर्द की दवा क्या है
हमको उनसे है #
उम्मीद वफ़ा की
View Full