Apna Safar Jari Rakho
आँखों में पानी रखो, होंठो पे चिंगारी रखो,
जिंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो...
राह के पत्थर से बढ के, कुछ नहीं हैं मंजिलें,
रास्ते आवाज़ देते हैं, सफ़र जारी रखो...
आँखों में पानी रखो, होंठो पे चिंगारी रखो,
जिंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो...
राह के पत्थर से बढ के, कुछ नहीं हैं मंजिलें,
रास्ते आवाज़ देते हैं, सफ़र जारी रखो...
दिल में हर राज़ दबा कर रखते है,
होंठों पर मुस्कराहट सजा कर रखते है...
ये दुनिया सिर्फ़ खुशी में साथ देती है,
इसलिए हम अपने आँसूओं को छुपा कर रखते है..!!!
आये थे ऐसे कि, दिल में समा कर चले गए,
सो रहे थे चैन से, कि वो जगा कर चले गए !
न ठहरे वो इक पल भी मेरे गरीबखाने पर,
दिखा के बस झलक, जी दुखा कर चले गए !
न आया समझ कि ये हक़ीक़त है या सपना,
वो तो अजीब सी, हलचल मचा कर चले गए !
आये थे कुछ कहने मगर न कह सके शायद,
बस दिल की बातें, दिल में छुपा कर चले गए !
वैसे भी क्या कमी थी हमें रुसबाइयों की दोस्त,
जो यूं ही ढेर सारी, मायूसियां बढ़ा कर चले गए !
Mere Geet Sune Duniya Ne Magar,
Mera Dard Koi Na Jaan Saka...
Ek Tera Sahara Tha Dil Ko,
Tu Bhi Na Mujhe Pehchan Saka !!!
सजा कैसी मिली मुझको तुमसे दिल लगाने की,
रोना ही पड़ा है जब कोशिश की मुस्कुराने की
कौन बनेगा यहाँ मेरी दर्द भरी रातों का हमराज,
दर्द ही मिला जो तुमने कोशिश की आजमाने की